तेरी प्रीत में रम जाऊं
तुझे आवाज दे बुलाऊं
तेरे रूप में खो जाऊं
तू ऐसे जतन लाना
इस जन्माष्टमी में आना
मैं तेरे संग[..]
2 सितम्बर , 2022
2 सितम्बर , 2022
तेरी प्रीत में रम जाऊं
तुझे आवाज दे बुलाऊं
तेरे रूप में खो जाऊं
तू ऐसे जतन लाना
इस जन्माष्टमी में आना
मैं तेरे संग[..]
2 सितम्बर , 2022
चाहे जितना ढूंढ लो मिलेगा कुछ नहीं
क्यों सर खपाये बैठे हो इस अखबार में
कोई खुदकुशी करे या भूख से मर जाये
फायदा अपना ही[..]
26 अगस्त , 2022
चाय पर बातें बड़ी होती हैं
इमारतें भी अक्सर खड़ी होती है
राजनीति की चौपाल सजती है
मुद्दों की गर्मी रहती है
लगता है देश[..]
26 अगस्त , 2022
कल्हण की राजतरंगिणी ने राज बताया
मरीचि पुत्र कश्यमेरु से इसने नाम पाया
पांडव-वंश सहदेव ने यहां राज्य बनाया
इस राज्य ने तब वैदिक धर्म[..]
26 अगस्त , 2022
उस आलोकित घाटी का किया अवलोकन
जिसकी स्मृति-मात्र से पुलकित होता मन
वसुंधरा में देवलोक अनायास नहीं आया
नीलमत पुराण ने इसका रहस्य यों बताया
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26 अगस्त , 2022
मैंने तो सनम राजदार बनाया तुमको
फिर क्यों मेरे दिल को दुखाया तुमने
अपनी तन्हा रातों का चांद बनाया तुमको
सूरज की आभा छीन अंधा बनाया[..]
25 अगस्त , 2022
जीवन से जब होने लगे थकन
धुंधला सा पड़ने लगे मन-दर्पण
व्याकुल छटपटाने लगे अन्तर्मन
काटने को दौड़ने लगे अकेलापन
तुम मेरी नैया पार लगा[..]
25 अगस्त , 2022
वो छुपाते हैं दिल की हर बात हमसे
कुछ पूछते हैं तो इनकार करते हैं
मुहब्बत है मुझसे वयां करती निगाहें
खुलकर नहीं कहती कि प्यार[..]
18 अगस्त , 2022
वह इतिहास अधूरा है
जिसमें जिक्र न इनका होता
उत्तराखंड न बन पाता
बुनियाद में यह पत्थर न होता
इन दृढ़ निश्चयों से तुम
पहाड़[..]
18 अगस्त , 2022
बादल देखूं
होंठों पर उमड़े
सावन गीत
(2)
चंचला चली
चित हुआ अधीर
उसे निहारे
(3)
माखन चोर
मीरा के मन मीत
मेरे मुरारी
(4)
मन बिछाया
कल्पनाओं के तले
उभरे[..]